लखनऊ ।सरकारअपने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गांवो का विकास करने का दावा करती है. मगर सरकार के इन दावों के बीच कई जगहों से ऐसी तस्वीरें भी आती हैं, जो सरकार और प्रशासन की नीयत पर सवाल खड़ा करती हैं हम बात कर रहे राजधानी लखनऊ की जहाँ इन दिनों आम जनता ने सरकार से परेशान होकर खुद ही सड़क बनाने की संकल्प ले डाला परेशान लोगो ने सरकार से निराश होकर खुद से सड़क बनाने की कवायद शुरू कर दी है। हम बात कर रहे हैं राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज स्थित मरुई गांव की जो कि आजादी के बाद से आज तक बदहाली का दंश झेल रहा है गांव में सड़क जैसी सुविधाएं ना होने से लोगों को कच्ची पगडंडियों से होकर गुजरना पड़ता है बरसात के इन दिनों में उन पगडंडियों में जलभराव होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है ऐसा नहीं गांव के लोगों ने कई बार गांव की बदहाल व्यवस्था की शिकायत जनप्रतिनिधियों से लेकर जिम्मेदार आला अधिकारियों तक की लेकिन किसी ने आज तक गांव की सड़कों को दुरुस्त करने की सुध न ली जिससे परेशान ग्रामीणों की टोली ने खुद से सड़कों को खोदने और जलभराव से निजात पाने का काम शुरू कर दिया इस दौरान ग्रामीणों में भारी आक्रोश भी देखने को मिला उनका कहना है एक तरफ सरकार जहां विकास के तमाम दावे कर रही है वहीं उनके गांव में सरकार के व तमाम दावे दम तोड़ रहे हैं। वही गांव की इस बदहाल दशा पर क्षेत्रीय सपा विधायक अम्बरीष पुष्कर ने बताया की अपनी विधानसभा के बदहाल गांव मरूई की विकास के लिए उन्होंने कई बार योगी सरकार को पत्र लिखा विधान सभा सत्र में भी मुद्दे को उठाया लेकिन नतीजा शून्य रहा ।